संविधान का जर्जर तन मैं अंधों को दिखलाता हूँ । बहरों की बस्ती में पीड़ा लोकतंत्र की गाता हूँ । ... संविधान का जर्जर तन मैं अंधों को दिखलाता हूँ । बहरों की बस्ती में पीड़ा लोकतंत्र ...
तब मै भी प्रफुल्लित मन से मंगल गीत गाऊंगा, हर्षोल्लास के साथ महिला दिवस मनाऊंगा । तब मै भी प्रफुल्लित मन से मंगल गीत गाऊंगा, हर्षोल्लास के साथ महिला दिवस मनाऊंगा...
आपकी जिंदगी में आने वाला हर पल अच्छा रहे, यही हम प्रार्थना भगवान से करें। आपकी जिंदगी में आने वाला हर पल अच्छा रहे, यही हम प्रार्थना भगवान से करें।
भारतवर्ष विकसित बनें, कुछ ऐसा काज कीजिए। भारतवर्ष विकसित बनें, कुछ ऐसा काज कीजिए।
माँ शब्द में ही है एक आस, जो देती है उम्मीद, प्यार और पूर्णता का एहसास। माँ शब्द में ही है एक आस, जो देती है उम्मीद, प्यार और पूर्णता का एहसास।
माँ के बारे में एक कविता...। माँ के बारे में एक कविता...।